Wednesday, February 8, 2023

Hindi essay on jawaharlal nehru

Hindi essay on jawaharlal nehru

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध – Jawaharlal Nehru Essay in Hindi,Recent Posts

WebFeb 15,  · Jawaharlal Nehru Essay in Hindi पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया लेखन कार्य नेहरू जी एक महान वक्ता और लेखक थे। उन्होंने WebNov 11,  · Pandit Jawaharlal Nehru has been and still is an immensely important personality for Indians. He was the central leader who played a significant role in helping WebHe was a man of great vision. He was a leader, politician, and writer too. Since he always India to become a successful country he always worked day and night for the betterment WebFeb 1,  · Short Jawaharlal Nehru Essay in English. Pandit Jawaharlal Nehru became the first Prime Minister when India achieved independence on 15 th August He ... read more




जवाहर लाल नेहरू में इलाहाबाद, नगर निगम विभाग के अध्यक्ष बने। दो साल के कार्यकाल के उपरांत में इस पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया। तत्पश्चात से तक कांग्रेस समीति के महासचिव के रूप में नेहरू ने कार्यभार संभाला। दिसम्बर लाहौर, कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में नेहरू पार्टी के अध्यक्ष नियुक्त हुए। इसी वर्ष में इन्होनें पूर्ण स्वराज की मांग किया।. जब से महात्मा गांधी ने नेहरू को लाहौर में कांग्रेस अधिवेशन के अध्यक्ष के रूप में चुना तब से जवाहर लाल नेहरू का प्रधानमंत्री बनना यह तय था। वोटो की संख्या कम होने के बाद भी नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। इसके बाद उनके आलोचकों ने जमकर उनकी निंदा की पर उन्होंने अपने पद पर रहते हुए अपने शक्तियों का उचित प्रयोग कर देश के हित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिया।. नेहरू के राजनीतिक जीवन के उतार-चढ़ाव तथा देश के हित में लिए गए निर्णय के फलस्वरूप गर्व से कहा जा सकता है स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री का पद उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर मिला है।.


जवाहर लाल नेहरू के पंडित होने के वजह से लोग उन्हें पंडित नेहरू भी पुकारते थे तथा भारत में उनकी लोकप्रियता होने के वजह से भारतीय उन्हें चाचा नेहरू कहकर भी बुलाते थे। तीन भाई बहनों में जवाहर लाल नेहरू अकेले भाई थे, इनके अलावां इनकी दो बहने थीं। एक विजय लक्ष्मी पंडित तथा दूसरी कृष्णा हुतेसिंग।. समस्त राजनीतिक विवादों से दूर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की नेहरू एक उत्तम लेखक थे। उनकी ज्यादातर रचना जेल में ही लिखी गई हैं, पिता के पत्र : पुत्री के नाम , विश्व इतिहास की झलक , मेरी कहानी नेहरू की ऑटो बायोग्राफी — , इतिहास के महापुरुष, राष्ट्रपिता, भारत की खोज Discovery of India — यह कुछ महान रचनाएं नेहरू के कलम से लिखी गई। यह आज भी लोगों के मध्य उतनी ही लोक प्रिय है जितना की उस वक्त थीं।. कांग्रेस समीति का वार्षिक सत्र , मोतीलाल नेहरू के अध्यक्षता में आयोजित किया गया। उस समय पर मोतीलाल नेहरू ने ब्रिटिश सरकार के अंदर ही प्रभुत्व संपंन राष्ट्र का दर्जा पाने की मांग की। जबकि जवाहर लाल नेहरू तथा सुबास चंद्र बोस ने पूरी राजनीतिक स्वतंत्रता की मांग की। यहां पहली बार जवाहर लाल नेहरू अपने पिता के निर्णय का विरोध कर रहें थे। यह स्वतंत्र भारत के लिए उचित निर्णय था।.


कुछ लोगों के अनुसार, गाँधी जी के वजह से नेहरू को प्रधानमंत्री का पद मिला। माना जाता है की कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष ही प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालेगा यह तय था। इसके बाद भी गाँधी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल समेत अन्य योग्य नेताओं के स्थान पर नेहरू को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में चुना। जो भी हो नेहरू ने अपने पद के महत्व को समझते हुए अनेक बेहतर प्रयास कर आधुनिक भारत का निर्माण किया है।. चाचा नेहरू का बच्चों के प्रति असीम प्रेम के वजह से 14 नवम्बर, नेहरू का जन्म दिवस, को बाल दिवस के रूप में देश के सभी विद्यालयों में मनाया जाता है। इस दिन बच्चों को ख़ास महसूस कराने के लिए विद्यालय में विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता तथा खेल का आयोजन किया जाता है।.


नेहरू ने 50 की दशक में कई राजनैतिक, आर्थिक तथा समाजिक निर्णय देश के आने वाले आधुनिक कल को सोच कर लिए। 27 मई की सुबह उनकी तबीयत खराब हुई तथा दोपहर 2 बजे तक उनका निधन हो गया।. जाने माने तथा समृद्ध परिवार से संबंध होने के फलस्वरूप नेहरू का पालन पोषण बहुत ही नाजो से किया गया था। इसके बाद भी वह अपने देश की मिट्टी से जुड़े हुए थे। बच्चों में लोक प्रियता के वजह से लोग उन्हें चाचा नेहरू कह कर संबोधित करते हैं।. He also wrote a series of letters to his daughter, Indira, telling her about the rich social and cultural heritage of India and the importance of the freedom struggle. He played a very active role in the struggle for independence with Congress.


He was made the president of the Indian National Congress in Under him, Congress took the pledge of complete independence from British rule. This was known as the Poorna Swaraj declaration and was officially acknowledged on 26 th November After the independence of India on 15 th August , Pandit Jawaharlal Nehru became the first Prime Minister of India. Under his astute leadership and global vision, India achieved progress, prosperity, and respect on the international stage. He laid the foundation of democracy in India. This made India the pioneer of the Non-Aligned Movement in the world. He believed in peaceful co-existence and therefore he signed the Panchsheel Agreement between India and China in He was a great supporter of disarmament and worked hard to create an international order of peace and brotherhood.


Following the path defined by Buddha, Christ, and Nanak, he led India, the largest democracy in the world, to a position of respect in the world. He died on 27 th May He left behind the rich heritage of planning and development. He created a network of educational, technical, and medical institutions. One of the best examples is the establishment of a chain of the Indian Institute of Technology and the Indian Institute of Management. He left a legacy of large industrial, agricultural, irrigation, and power projects. Projects such as setting up steel plants, construction of dams, and establishing power plants led India to the path of technological and infrastructural development.


His contributions have been noteworthy in all fields. He was one of the few men who made a great impact on the country and the world. He is and will be known for being a visionary and his beliefs for the unity of the country and the liberty of mankind. Pandit Jawaharlal Nehru became the first Prime Minister when India achieved independence on 15 th August He was born on 14 th November at Allahabad which is now known as Prayagraj. He was the son of a famous barrister Motilal Nehru and his wife Swaroop Rani. He went for his high school studies in London. He finished his graduation in Law from Trinity College, Cambridge, and practiced law at Inner Temple in London.


He came to India to fight for Indian Independence. Under the guidance of Mahatma Gandhi, he worked for independence with the Indian National Congress. His vision established several prominent educational, technological, and medical institutions. His contributions to diverse fields such as industrial, agricultural, projects, and foreign policies put India in a respectable position on the world map. Jawaharlal Nehru was born on 14 November in Allahabad Now officially named as Prayagraj. His father was Motilal Nehru and his mother was Swaroop Rani, both belong to the Kashmiri pandit community.



Jawaharlal Nehru Essay In Hindi: भारत के पहले प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर इलाहाबाद के एक धनाढ्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू और माता का नाम स्वरूपरानी था। पिता पेशे से वकील थे। उनकी 3 पुत्रियां थीं और जवाहरलाल नेहरू उनके इकलौते पुत्र थे।. जवाहरलाल नेहरू को दुनिया के बेहतरीन स्कूलों और विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिला था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हैरो और कॉलेज की शिक्षा ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन से पूरी की थी। उन्होंने अपनी लॉ की डिग्री कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पूरी की।. इसे भी पढ़े : Essay On Cricket In Hindi.


सन् में भारत को आजादी मिलने पर जब भावी प्रधानमंत्री के लिए कांग्रेस में मतदान हुआ तो सरदार वल्लभभाई पटेल और आचार्य कृपलानी को सर्वाधिक मत मिले थे। किंतु महात्मा गांधी के कहने पर दोनों ने अपना नाम वापस ले लिया और जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू में स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। आजादी के पहले गठित अंतरिम सरकार में और आजादी के बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने और 27 मई को उनके निधन तक इस पद पर बने रहे।. नेहरू पाकिस्तान और चीन के साथ भारत के संबंधों में सुधार नहीं कर पाए। उन्होंने चीन की तरफ मित्रता का हाथ भी बढ़ाया, लेकिन में चीन ने धोखे से आक्रमण कर दिया। चीन का आक्रमण जवाहरलाल नेहरू के लिए एक बड़ा झटका था और शायद इसी वजह से उनकी मौत भी हुई। जवाहरलाल नेहरू को 27 मई को दिल का दौरा पडा़ जिसमें उनकी मृत्यु हो गई।.


भारत लौटने के बाद पंडित नेहरू महात्मा गांधी के विचारों से बहुत प्रभावित हुए। देश की आजादी में अपना योगदान देने के लिए बाल तिलक द्वारा स्थापित होम रूल लीग में जुड़े।. कुछ समय बाद में पंडित नेहरू की मुलाकात गांधी जी से हुई जिस समय रोलेट अधिनियम के विरोध में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध आंदोलन चलाया जा रहा था। जवाहरलाल नेहरू ने इस आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपना योगदान दिया।. ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन में पंडित नेहरू की अहम भूमिका रही है। इसके बाद पूरे देश में जवाहरलाल नेहरू को जाना जाने लगा।. गांधी जी के उपदेशों से प्रभावित होकर जवाहरलाल नेहरू ने अपने पूरे परिवार के साथ ब्रिटिश सरकार के विरोध में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा स्वदेशी अपनाने पर अधिक बल दिया तथा पश्चिमी देशों में बने वस्त्र त्याग कर खादी से बने कपड़े और टोपी धारण करने लगे।.


अब तक के सभी आंदोलन में पंडित नेहरू प्रत्यक्ष रूप से आगे नहीं आए थे किंतु से तक चले असहयोग आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिए और ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध खूब विरोध किया जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।. जवाहरलाल नेहरू में इलाहाबाद में नगर निगम के प्रमुख चुने गए जहां उन्होंने 2 वर्ष तक काम किया और में त्यागपत्र दे दिया।. जवाहरलाल नेहरू की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि में लाहौर में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन के अध्यक्ष चुन लिए गए।. गांधी जी के नेतृत्व में पंडित नेहरू ने में ब्रिटिश सरकार द्वारा नमक पर लगाए अन्याय पूर्ण कानून के खिलाफ दांडी मार्च में हिस्सा लिया। में भारत छोड़ो आंदोलन के बाद में कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री के पद के लिए चुनाव लड़े।. स्वतंत्र भारत में पहली बार हुए चुनाव में सरदार वल्लभ भाई पटेल को बहुमत मिला था किंतु गांधी जी के कहने पर पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में चुने गए।.


इसे भी पढ़े : Essay On Terrorism In Hindi. भारत को जब ब्रिटिश सरकार से स्वतंत्रता मिली तो वह कुल देसी रियासतों में बटा हुआ था। अपने कुशल बुद्धि तथा रणनीति से जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और वीपी मेनन के भागीदारी में सभी देसी रियासतों को भारत में विलय कर लिया गया।. भारत के आजाद होने के बाद चीन हमेशा से भारत के सीमा पर अपना अधिकार होने का दावा करता है। चीन ने जब तिब्बत पर कब्जा किया था तो वहां के धर्मगुरु दलाई लामा को प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से प्रार्थना करने पर भारत में शरण दी थी।. दलाई लामा को भारत में शरण देने के कारण चीन भारत के सीमा पर भी अपना दावा करने लगा। में धोखे से चाइना ने अचानक से भारत पर हमला कर दिया और भारत के उत्तर पश्चिम मैं स्थित सीमा से लगने वाले कुछ भाग पर अपना कब्जा कर लिया।.


जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में भारत के इस प्रकार हादसे पूरा देश गुस्से में था और कांग्रेस पार्टी की बहुत अधिक आलोचना हो रही थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू को भारत का यह जगह होने पर बहुत दुख था।. पंडित जवाहरलाल नेहरू एक अच्छे राजनीतिज्ञ की तरह बहुत अच्छे लेखक भी थे। पंडित नेहरू जब भारत आए थे तब 7 फरवरी में उनका विवाह कमला नेहरू से हुआ था।. जवाहरलाल नेहरू को बच्चे बहुत प्रिय लगते थे। उनका मानना था कि यह बच्चे ही आगे चलकर देश का भविष्य निर्धारित करेंगे। इसलिए पंडित नेहरू के जन्म तिथि 14 नवंबर को पूरे भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।. भारतवर्ष के स्वतंत्र होने के पश्चात वह सर्वसम्मति से देश के प्रधानमंत्री बनाए गए। देश का संविधान उनके इस प्रथम प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में स्थापित किया गया। उसके बाद व के लोकसभा के आम चुनावों में कांग्रेस को बहुमत प्राप्त होता रहा। वह तीनों चुनावों के पश्चात निर्विवाद रूप से प्रधानमंत्री चुने गए। वही एकमात्र भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो प्रथम बार चुने जाने के पश्चात मृत्यु पर्यंत प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाते रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने भारतवर्ष की चहुंमुखी उन्नति के लिए पंचवर्षीय योजनाओं को आधार बनाया और उनके माध्यम से राष्ट्र को उन्नति के शिखर तक पहुंचाया।.


उनके द्वारा विश्वबंधुत्व की भावना के आधार पर छोटे-बड़े सभी देशों के साथ मधुर संबंध बनाने के प्रयास किए गए। भारतवर्ष के उत्थान व उन्नति के लिए उन्होंने विश्व के सभी गुटों से सहयोग प्राप्त किया। प्रगतिशील देशों को उन्होंने समानता का मंच प्रस्तुत किया। साथ ही गुट निरपेक्ष आंदोलन का विचार दिया, जो आज पूरे विश्व में सफलता के साथ चल रहा है।. इसे भी पढ़े : Essay On Air Pollution In Hindi. वह अपने देश से कितना प्यार करते थे, यह उनकी इस वसीयत से समझा जा सकता है कि उनकी पवित्र राख को खेतों तथा भागीरथी नदी में बहा दिया जाए। वह मृत्यु पश्चात भी देश के कण-कण में व्याप्त हो जाना चाहते थे। कोई भी पूर्वाग्रह उनके लिए राष्ट्र से बड़ा नहीं रहा। पॉडत नेहरू का बच्चों के प्रति अनोखा वात्सल्य भाव ही था कि उन्हें बच्चे चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। उनके जन्मदिन को इसी कारण बाल दिवस के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता है।.


नेहरू जो को आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में सदैव याद किया जाता रहेगा और परिदृश्य पर उनका नाम आदर व सम्मान से लिया जाता रहेगा, वह देश के ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व के सच्चे सपूत थे। वह मानवता के उपासक भी थे और प्रतिनिधि भी। उनके आदर्श और सिद्धांत सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे और यह संसार सदैव उस महान विभूति को श्रद्धा से स्मरण करता रहेगा।. Your email address will not be published. Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. जन्म : 14 नवंबर मृत्यु : 27 मई परिचय : Jawaharlal Nehru Essay In Hindi: भारत के पहले प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर इलाहाबाद के एक धनाढ्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू और माता का नाम स्वरूपरानी था। पिता पेशे से वकील थे। उनकी 3 पुत्रियां थीं और जवाहरलाल नेहरू उनके इकलौते पुत्र थे।.


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पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान अमूल्य और अदभुतपूर्व रहा है। आज के जमाने में कई राजनीतिक पार्टी और लोग नेहरू जी का द्वेष और उनके ऊपर टिप्पणियां करते है, लेकिन इतिहासकार उनको आधुनिक भारत का निर्माता के रूप में ही पहचानते है। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का आधुनिक भारत की दृष्टि बार बार दोहराना आवश्यक है जिससे की देश सही राह पर चलता रहे। ————————————————————————————————————————— यह था पंडित नेहरू पर निबंध Jawaharlal Nehru Essay in Hindi और मैं उम्मीद करता हूँ की आपको जवाहरलाल नेहरू का भाषण हिंदी में Jawaharlal Nehru Information in Hindi पसंद आया होगा और आप Pandit Jawaharlal Nehru Hindi mein को आपने दोस्तोंके साथ जरूर शेयर करेंगे।. Projects such as setting up steel plants, construction of dams, and establishing power plants led India to the path of technological and infrastructural development. Essay Latest Quizzes Confident about all the subjects and topics for Essay? ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन में पंडित नेहरू की अहम भूमिका रही है। इसके बाद पूरे देश में जवाहरलाल नेहरू को जाना जाने लगा।. He finished his graduation in Law from Trinity College, Cambridge, and practiced law at Inner Temple in London. He died on 27th May due to underlying diseases.



इंग्लैंड के कैंब्रिज विश्वविद्यालय hindi essay on jawaharlal nehru इन्होंने बी. In the fight for Indian independence, he was deeply influenced by Mahatma Gandhi. Jawaharlal Nehru Essay is given. It is considered to be one of the greatest speeches of the 20th century. In international affairs too, hindi essay on jawaharlal nehru, he steered India clear of the two blocs of the Cold War. बचपन में नेहरू जी का पालन पोषण राजकुमार की तरह हुआ था। सन १९१६ में नेहरू जी का विवाह कमला कौल जी के साथ हुआ, जो की दिल्ली में बसे कश्मीरी पंडित परिवार के थे। कमला नेहरू जी ने भी स्वतंत्र संग्राम में सक्रिय सहभाग था। १९१७ में पंडित जी के घर बेटी का जन्म हुआ जिसका नाम इंदिरा रखा गया जो बाद में भारत की पहिली महिला प्रधानमंत्री बनी।.

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